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दो प्रेमियों की कहानी

Ranjana sharma 10 Dec 2023 कहानियाँ प्यार-महोब्बत दो प्रेमियों की कहानी#Google# 4961 0 Hindi :: हिंदी

एक लड़का एक लड़की से बहुत प्यार करता था पर एकदिन उसे किसी काम के सिलसिले में बाहर जाना पड़ जाता है और जब वह आता है तो वह उस लड़की को दूसरे लड़के के साथ देख लेता है जिससे लड़के को उससे नफरत होने लगती ।एक दिन वह लड़का सोचा क्यों ना उस लड़की

 से आमने सामने मिलकर बातें करे और वह उससे मिलने उसी कॉफी शॉप पर चला जाता है जहां वो अक्सर मिला करते थें वहां जो उसे पता चलता है उसे देख और सुन उसके पैरों तले जमीं हिल जाती है ।उस  लड़के को ऐसा क्या सच पता चलता है आइए इसे जानने के लिए विस्तार से पूरी कहानी पर दृष्टि डालते है
      
एक लड़का (नवीन)और एक लड़की (अनु) दोनों ही एक - दूसरे से बहुत प्यार करते थें ,पर नवीन मध्यम वर्ग का था और अनु थोड़ी उच्च परिवार से थी लेकिन दोनों के बीच में कभी भी इस बात को लेकर कोई भेदभाव नहीं था ।
      उन दोनों की मुलाकात एक बस में हुई थी वहीं से उनकी जान - पहचान बढ़ती गई और यह जान - पहचान कब प्यार में तब्दील हो गई उन्हें खुद नहीं खबर थी उन दोनों का घर भी एक ही शहर और एक ही जगह पर थी जिससे उन दोनों की रोज ही मुलाकात होती थी।
       नवीन बहुत ही समझदार और सुलझा हुआ लड़का था वह कभी भी अनु के किसी भी बात पर गुस्सा नहीं होता था ,वह हमेशा अपने चेहरे पर एक हल्की सी मुस्कुराहट के साथ उससे मिलता था ।
       अनु भी बहुत ही साफ दिल की और उसमें बड़े घर की बेटी होने का रोप नहीं था वह बहुत ही साधारण सा कपड़ा पहनती थी और ना ही ज्यादा सजती संवरती थी ।
       पर उन दोनों का काम अलग - अलग ऑफिस में था वह दोनों बस स्टैंड पर इकट्ठे होते थें और साथ में घर आते थें ।
       एक दिन नवीन को उसके ऑफिस से मुंबई जैसे बड़े शहर में जाने का मौका मिलता है वह इस मौके को अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहता था पर दूसरी तरफ वह अनु को छोड़कर भी जाना नहीं चाहता था ,पर अनु को जब यह बात पता चली तो वह उसे अपने प्यार का वास्ता देकर उसे जाने को कहती है नवीन बहुत मुश्किल से जाने के लिए हामी भरता है।
          नवीन दूसरे दिन इस शहर और अनु को छोड़कर चला जाता है पर दोनों की बात फोन पर अक्सर होती रहती थी।लेकिन कुछ दिनों से नवीन परेशान रहने लगता है क्योंकि उसकी बात अनु से नहीं हो पा रही थी ,वह सोचता है" क्या बात हो गई कि वह मुझसे बात नहीं कर रही " ।
          अब उसका काम भी यहां का खत्म हो गई थी इसलिए वह अपने शहर जाने के लिए तैयार था ।तीन - चार दिन बाद वह अपना शहर पहुंच जाता है ,वह घर पर जाकर अनु को बहुत फोन करता है पर अनु से बात नहीं हो पाती ,वह उस बस स्टैंड पर भी उसका इंतजार करता है कि शायद उससे उसकी मुलाकात हो जाए वह हर तरफ से उससे मिलने की कोशिश करता है वह उस कॉफी शॉप पर भी उसका इंतजार करता है जहां वे दोनों अक्सर मिला करते थें पर उसकी सारी कोशिश बेकार जाती है।
          एक दिन वह बाज़ार जा रहा था तभी उसकी नजर एक लड़की पर जाती है वह दूर से उसे देखकर पहचान लेता है कि वह और कोई नहीं अनु है वह जैसे उसके पास जाने के लिए अपने कदम बढ़ाता है तभी एक लड़का अनु का हाथ पकड़कर आगे बढ़ने लगता ।नवीन समझता है कि शायद मैं मिडिल क्लास का हूं इसलिए वह अब मुझे भूल गई ।
          नवीन उसके पास ना जाकर घर चला जाता है ।दूसरे दिन भी वह उन दोनों को साथ में देखता है अब उसे अनु के लिए नफरत सी होने लगती है वह फिर बिना उससे मिले वहां से चला जाता है।कुछ दिन बाद उसकी मुलाकात उसी कॉफी शॉप पर होती है अब उससे बरदाश नहीं हो रहा था इसलिए वह उससे आमने सामने मिलकर बातें करना चाहता था ।
          वह उसके पास चला जाता है पर जब वह उस चेहरे को देखता है तो कहता अरे! तुम ? वह बोलती हां मैं, तो नवीन उससे पूछता तुम अनु की तरह क्यों बन गई तुम्हें दूर से देखकर मैं तुम्हें अनु समझ बैठा तुम उसी की तरह कपड़ा भी पहनी हो क्यों ? तब वह लड़की (प्रिया) उसको बोलती अब मुझसे भी यह नाटक नहीं हो रहा है तुम्हें इतना अनु के लिए तड़पते देख मुझसे अब यह दर्द सहा नहीं जा रहा ।
          नवीन कहता है कैसा दर्द और कैसा नाटक मुझे कोई बताएगा कि अनु कहां है और वह मुझसे बात क्यों नहीं कर रही और तुम क्यों इतने दिनों से अनु बनकर मुझे धोखा दे रही थी ,तब अनु की बेस्ट फ्रेंड प्रिया बोलती है कि अनु अब तुमसे कभी बात नहीं करेगी वह इतनी दूर हमसे चली गई कि वहां से उसका लौट कर आना नामुमकिन है ।
          तब नवीन उसपर गुस्सा हो जाता है और कहता है क्या तुम बहकी बहकी बात कर रही हो सीधे - सीधे क्यों नहीं बताती कि मेरी अनु कहां है वह ठीक तो है ना ,तब प्रिया जोर - जोर से रोने लगती और कहती अनु अब इस दुनियां में नहीं है उसकी मृत्यु हो गई ।
          प्रिया की यह बातें सुन नवीन के पैरों तले जमीं घिसक जाती है वह लड़खड़ाते शब्द में उससे बोलता है यह कब हुआ और अनु को क्या हुआ था मेरे जाने के समय तो वह बिल्कुल ठीक थी ,तो कुछ दिनों में ऐसा क्या हो गया कि वह मुझे छोड़कर बिना बताए इस दुनियां से अलविदा हो गई ।
          तब प्रिया कहती है कि तुम्हारे जाने से पहले ही उसकी तबीयत खराब हो चुकी थी वह इसलिए तुम्हें जाने के लिए जोर दी ताकि तुम्हारे काम में कोई रुकावट ना हो उसे ब्रेन ट्यूमर हो चुकी थी डॉक्टर ने भी जवाब दे दिया था कि वह चंद दिनों की मेहमान है ।अनु अपनी इस बीमारी को तुम्हारे काम के बीच नहीं लाना चाहती थी इसलिए वह खुद से तुम्हें दूर कर दी और तुम्हारे आने के बाद तुम्हें उससे नफरत हो जाए यह नाटक करने के लिए हमें अपनी कसम देकर चली गई ।
          इसलिए मैं और मेरे पति इस तरह से रोल करते थें मानो कि अनु किसी और से ही रिश्ता निभा रही हो और तुम्हारे दिल में उसके लिए इतनी नफरत भर जाए कि तुम उसे भूल जाओ और अपनी एक अलग दुनियां बना लो बस यही कारण है कि हम दोनों तुम्हारे पास ना होकर दूरी पर ही नजर आते थें।
          नवीन को विश्वास नहीं हो पा रही थी कि अनु अब इस दुनियां में नहीं रही ।नवीन अनु को भूल नहीं पा रहा था वह जहां भी जाता उसे हर जगह अनु ही अनु नजर आ रही थी इसलिए वह कुछ दिन बाद ही यह शहर  छोड़कर हमेशा के लिए मुंबई चला गया और पीछे मुड़कर दुबारा उस शहर की तरफ मुड़ कर देखा नहीं।
                                                धन्यवाद🙏😭

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