Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

चुनाव आ गया

ajay kumar suraj 30 Mar 2023 आलेख हास्य-व्यंग चुनाव chunav 96263 0 Hindi :: हिंदी

चुनाव आ गया
 
निगाहे प्यार के रंग में सराबोर है |
कोई गरीब न हो जमाने से मारा संग खड़े बड़जोर है||
जागते में देखा है मैंने, स्वप्न सी एक दुनिया|
हर जगह दिख रही है राम राज्य की खूबियाँ ||
तभी जगाया ओटर ने मुझे झकझोर कर उठो चुनाव आ गया ||
 
जो कभी जीतने के बाद सितम में सितमगर बने थे|
लूट कर जनता को जनता जनार्दन से बाजीगर बने थे ||
कभी भी न देखने आये हालात,घर कैसे पकती है रोटियाँ|
क्या हुआ है उस परिवार में क्यों खनकती नही चूड़ियाँ ||
आज बोलते है तुम डरो मत पहरेदार आ गया,मेरे भाई चुनाव आ गया||

निठल्ला घूमता था सड़को पर लोग आवारा कहने लगे |
था न रोजगार ,हालत थे बुरे लोग गवारा कहने लगे ||
सोचा आ जाए कोई विज्ञप्ति धरना देने लगे |
मांग की अधिकार की पुलिस की लाठिया खाने लगे ||
मिला पारीश्रमिक भर्तियो का रेला आ गया ,तब तक चुनाव आ गया ||

मजदूर थे,गरीब थे,बेगार थे तो सडको को ही आशियाना बना लिया |
भूख से पीड़ित जग ने कितनी बालाओं के पाओं में घुंघरू पहना दिया||
दम तोड़ते भारत के कितने कर्णधार अस्पतालों को शमसान बना दिया |
भूल गए सदियों जो गाँधी को, आज फिर उनका सिद्धांत याद आ गया||
चोले बदल गए है तन से ,शायद चुनाव आ गया ||

सोचो तुम भी कितने दुःख दर्द वर्षो से सहते आये हो |
न हो ऐसी दीन दशा प्रहरी बन जन तुम आये हो||
जमीर जगाना अपना तुम लोकतंत्र की लाज बचाना है|
संसद जैसे पुण्य मंदिर में देवतुल्य मानव पहुँचाना है ||
घन तिमिर का नाश करने को सूरज अम्बर पर छा गया |
चल मतदाता मत देने को  देश बचाने को ,चुनाव आ गया ||   


Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

किसी भी व्यक्ति को जिंदगी में खुशहाल रहना है तो अपनी नजरिया , विचार व्यव्हार को बदलना जरुरी है ! जैसे -धर्य , नजरिया ,सहनशीलता ,ईमानदारी read more >>
Join Us: