Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

विवेकानंद पर विद्वानों के विचार

virendra kumar dewangan 30 Mar 2023 आलेख देश-प्रेम patriot 86482 0 Hindi :: हिंदी

विक्रम विवि, उज्जैन के हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. शैलेंद्र कुमार का मत है कि स्वामी विवेकानंद ने देश को महज राजनीतिक रूप से ही नहीं, सांस्कृतिक दृष्टि से भी स्वतंत्र होने की प्रेरणा दी। उनका भारतीय इतिहास और संस्कृति में अविस्मरणीय योगदान है। वे भारतीय समाज की जिजीविषा पर विश्वास करते थे।
उनका यह भी कहना है कि वे अध्यात्म को भारत की प्रमुख विशेषता मानते थे, किंतु जब उन्होंने देखा कि भारतीय संस्कृति की उपेक्षा हो रही है, तब उन्होंने समाज में व्यापक परिवर्तन का आव्हान किया। उनका मानना था कि हम जब तक भीतर से तैयार नहीं होंगे, तब तक दुर्बल ही बने रहेंगे।
ऐसा ही विचार डा. शहाबुद्दीन नियाज मोहम्मद शेख, पुणे ने भी रखा है,‘‘स्वामी  विवेकानंद ने जीवन निर्माण, व्यक्तित्व निर्माण और चरित्र निर्माण पर बल दिया। वे मानते हैं कि व्यक्ति विचारों से बनता है, इसलिए विचार उत्तम होना चाहिए। उनका प्रत्येक विचार अनुकरणीय है। उनका संदेश है कि किसी एक विचार को चुन लो और उसी विचार को जीवन बना लो।’’
उनका यह भी कथन है कि स्वामी विवेकानंद ने दुनिया को व्यापक मानवता का रास्ता दिखाते हुए सेवासंस्कृति को आगे बढ़ाया। युवाओं में त्याग और सेवा की भावना को जाग्रत करने के लिए संगठनशक्ति को महत्व दिया।
----00----
अनुरोध है कि लेखक के द्वारा वृहद पाकेट नावेल ‘पंचायत’ लिखा जा रहा है, जिसको गूगल क्रोम, प्ले स्टोर के माध्यम से writer.pocketnovel.com पर  ‘‘पंचायत, veerendra kumar dewangan से सर्च कर और पाकेट नावेल के चेप्टरों को प्रतिदिन पढ़कर उपन्यास का आनंद उठाया जा सकता है तथा लाईक, कमेंट व शेयर किया जा सकता है। आपके प्रतिक्रियाओं की प्रतीक्षा रहेगी।

		

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

किसी भी व्यक्ति को जिंदगी में खुशहाल रहना है तो अपनी नजरिया , विचार व्यव्हार को बदलना जरुरी है ! जैसे -धर्य , नजरिया ,सहनशीलता ,ईमानदारी read more >>
Join Us: