Kirti singh 01 May 2023 कविताएँ समाजिक तेरी औकात मेरी औकात 5051 0 Hindi :: हिंदी
तेरी औकात मेरी औकात, औकात के इस संसार मे, है औकात की क्या औकात रे, है सत्य जीवन हकीकत जलती चिता के साथ रे, तेरी औकात मेरी औकात औकात के इस संसार में है औकात की क्या औकात रे ,है सदियों से पड़ी औकातो की यहां श्मशान में राख रे। Kirti singh