Jyoti yadav 04 Aug 2023 कविताएँ समाजिक 🙏बेटी हूं बेचारी नहीं 🙏 8381 0 Hindi :: हिंदी
थोड़ी मुश्किल हालात है💯 पर अभी मैं हारी नहीं हूं🙏 बेटी हूं जानती हूं 🌹🌹पर बेचारी नहीं हूं💐 ♥️ हौसला है जुनून है और पंखों में उड़ान भी हिम्मत है हम में🥀✍️ जितने का अरमान भी ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जहां🙏 हमने अपना परचम नहीं लहराया कंधे से कंधा मिलाकर हम भी खड़े थे💐 जब जब मुसीबत आया🌹 दर्जा मेरा भी सामान है❤️❤️❤️❤️ आजादी हमारा अधिकार है बेटियां भी महान हे🌹🌹🌹🌹 इज्ज़त और सम्मान के हम भी हकदार हैं🙏🙏🙏🙏🙏 ज्योति यादव के कलम से ✍️💓। कोटिसा विक्रमपुर सैदपुर गाजीपुर 🙏🌹