संदीप कुमार सिंह 17 Jan 2024 आलेख समाजिक How to published assay? How to learn write to any articles? How to learn to do earn? 6847 0 Hindi :: हिंदी
जीवन जीना एक कला है. सबके बस की बात नहीं है की जिन्दगी को पूरा जी ले. पूरा जीवन जीने के लिए जीने का हुनर आना चाहिए. होता यह है की जीवन रूपी सफर को तय करने में परीक्षाओं के कठिन दौड़ से हर एक को गुजरना पड़ता है. अब सीधी सी बात यह है की परिक्षा में पास होने के लिए परीक्षा का सही तैयारी करना पड़ता है. बिन तैयारी के परीक्षार्थि तो बीच में ही लटक जाते हैं. इसी तरह हमें बीच में नहीं लटकना है. जिन्दगी को पूरा जीने के लिए पहले खुद से खुद को चारों कौने से दुरुस्त रखना पड़ता है. तब जा के कहीं हम- आप जिन्दगी की लंबी पारी खेल सकते हैं. हमें वक़्त के हिसाब से चलना आना चाहिए. ये नहीं कि वक़्त का इशारा हो आराम करने का और हम दौड़ लगाना शुरू कर दें तो वह दौड़ हमें कभी फायदा नहीं पहुँचा सकता है. हरएक कामों के लिए हमें एक समय निश्चित करना पड़ता है. फिर जब समय के साथ तालमेल बैठ जाता है तो जिन्दगी बहुत ही हसीन हो जाती है. और अपने-आप वह सबकुछ देने को तैयार हो जाती है जो हम चाहते हैं. (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....