रामावतार दाधीच 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत जुदाई, प्यार में दिल टूटना , विरह , हार्ट ब्रेक 72439 0 Hindi :: हिंदी
तेरा मेरा इश्क़ सच्चा था यह दुनिया ने माना था , कभी तू मेरी दीवानी थी , मैं तेरा दीवाना था ।। क्या खता हुई मेरी जो मिली सजा मुझको , कभी तू थी समां मेरी और मैं तेरा परवाना था ।। एक ऐसा राज बता दे मुझको ,तेरा मेरा साथ छूटा है , पल भर में मिली जुदाई जिससे मेरा दिल टूटा है ।। खता मैं समझ नहीं पाया पर इतना पता मुझको , या तो मुझे प्यार नहीं आता , या तेरा इश्क झूठा है ।। जब मैंने सुनी जुदाई तेरी , मेरा दिल घबराया था , मैं अनजान था मोहब्बत से तूने मुझे प्यार सिखाया था ।। रहेगा गम उम्र भर एक तेरी इस मुलाकात का जालिम , जब तुम प्यार नही करना, तो तूने दिल क्यू लगाया था ।। चहुँ दिस आलम जुदाई का तूने जो मुख मोड़ा है , मेरा दिल कांच का टुकड़ा , तूने पत्थर जो तोड़ा है ।। यह वादा करू तुमसे , उम्र भर तुझे भूल नही पाऊं , यह जख्म जितना ही गहरा हो , दिखता ही थोड़ा है ।।