Anjani pandey (sahab) 06 Jun 2023 शायरी अन्य ##### 9557 0 Hindi :: हिंदी
अपनी शान और बाप की इज्जत बचा के चलते है अपनी आवाज का स्वर दूसरे से मिला के चलते है और हमारे सर पर घर की जिम्मेदारी है पांडेय बस इसीलिए अपनी गर्दन झुका के चलते है अंजनी पांडेय साहब