संदीप कुमार सिंह 05 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 6132 0 Hindi :: हिंदी
याद जब जब आए उनकी, मन ये बड़ा बावला हो जाता है। धड़कन भी मस्त सुरों में धड़कती है, आंखों वह खूबसूरत तस्वीर आती है। कभी हम दोनों एक साथ, कई घंटे गुजारा करते थे। एक _दूसरे के बीच में तनिक भी, उलझन नहीं रहा करता था। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....