premlata suthar 03 May 2023 कविताएँ समाजिक 🙏🏻😊 13004 1 5 Hindi :: हिंदी
वक्त की गर्दिश मे डूबी दुनियादारी, लगातार दो वर्षो से चल रहीमहामारी। जो कहते थे हम नही डरते किसी के बाप से, वो भी आज छिपकर बैठे है महामारी आप से। आपदा में भी ये आफत आई, देखो कौन सी महामारी आई। कहते है लोग बड़ी दूर से आई, • जिसका इलाज भी दो गज दूरी आई । premlata suthar( MISHTI SHARMA)✍🏻🙏🏻
11 months ago