राणा प्रताप कुमार 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 36140 0 Hindi :: हिंदी
बड़े भाग्य से आये हो जग में। कर लो कुछ तुम अच्छा काम। दिल जीतने का रखो तुम मकसद। एक दिन जग करेगा सम्मान। जग जीतने आया सिकंदर। वह भी खाली हाथ चला गया। बस उसके सही कर्मो के कीर्ति। जग में यादे बस रह गया। तोड़ दे जग के सारे बंधन। अपने जीवन को लो सुधार। ना कोई पराया ना कोई अपना। बस एक भ्रम और एक सपना। दौलत कमाने के चक्कर में। बित गयी तेरी उम्र सारी। सारे धन दौलत यही रह गये। खाली हाथ जाने के लिए कर दी तैयारी। लेखक - राणा प्रताप कुमार आजमगढ़ उत्तर प्रदेश। मो0 न0 - 7347379048