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कन्हैया को देखकर मैं सब भूल जाती हूं

Chanchal chauhan 30 Mar 2023 शायरी धार्मिक होंठों की मुस्कान मुरली की तान 72457 0 Hindi :: हिंदी

कन्हैया को देखकर मैं सब भूल जाती हूं,उनके छोटे छोटे नैनों में खो जाती हूं।
होठों की मुस्कान , घुंघराले बाल, 
 मुरली की तान पर मर जाती हूं।
जय श्री कान्हा

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