AJAY ANAND 16 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मैं हूं ना, अकेले मत समझ, 5998 0 Hindi :: हिंदी
क्यों इतनी बेरुखी है तुममें, क्यों रहते हो इतने खामोश, सम्हालो खुद को, भर लो जीवन में जोश..! अकेले मत समझ, मैं हूं ना...! समझोता हमने खुद से किया, सहारा बन, रहेंगे हम सदा..!! लाख विपदाएं आएं, साथ छोड़ेंगे ना..! अकेले मत समझ, मैं हूं ना...! हो अगर किसी चीज की कमी, बेखौफ होकर हमसे कहना..! अकेले मत समझ, मैं हूं ना...!