मोती लाल साहु 18 Aug 2023 शायरी अन्य दिल-ए-दर ईश्वर का 5802 0 Hindi :: हिंदी
मन में घिर कर- हम राही अपना ही, मंज़िल तक भूल जाते हैं,, दुनिया की- चमक देख ये दिल- दर, ईश्वर का हम भूल जाते हैं..!! -मोती
Login to post a comment!
...