Preeti singh 16 May 2023 कविताएँ अन्य तू भी शून्य मैं भी शून्य 7372 0 Hindi :: हिंदी
तू भी शून्य मै भी शून्य , अहंकार को तू कभी न चुन , सरल तू नदियां सा बन जाना कभी ना इसके झांसे में तू आना।
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