Ranjana sharma 30 Mar 2023 कहानियाँ प्यार-महोब्बत Google 69856 0 Hindi :: हिंदी
' ओ मम्मी ' की जोर से आवाज लगाते हुए मधु जो १२ वीं कक्षा में पढ़ती थी अपने साईकिल सम्हालते हुए जमीन से उठती है, वहां थोड़ी दूर पर मुकेश जो मधु का ही क्लासमेट था वह अपने कुछ दोस्तों के साथ जोर- जोर से हंसता है।मधु गुस्से से उसे घूरती और कहती " शर्म नहीं आती तुम्हें लड़की को गिराते हुए", पर मुकेश की हंसी थमती नहीं वह हंसते- हंसते क्लास में चला जाता। दोनों ही एक- दूसरे से इतनी नफरत करते थें कि किसी भी हद तक जा सकते थें।खिड़की पर बैठ मधु पुराने दिनों को याद कर खूब हंसती उसी वक़्त दरवाजे पर कॉलिंग बेल बजती है वह दौड़ कर दरवाजा खोलती तो अपने पति मुकेश को पाती। दोनों एक - दूसरे को अपने २० वीं सालगिरह की बधाई देते, वही मुकेश जिसके साथ कभी उसकी बनती नहीं थी, उसका क्लासमेट।उन दोनों की नफरत कब प्यार में तब्दील हो गई खुद उन दोनों को पता नहीं चला।जब उन दोनों के प्यार के बारे में उनके घरवालों को पता चला तो वे लोग राजी - खुशी उन दोनों की शादी करा देते ।आज उन दोनों की २० वीं सालगिरह थी देखते- देखते समय कब बीत जाती पता ही नहीं चलता ।आज वे लोग खुशी - खुशी अपने बेटा- बेटी के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे थें। " वक़्त कभी किसी के लिए नहीं ठहरता हां यह सच है कि कभी बुरा वक़्त होता है तो कभी अच्छा वक़्त; पर वक़्त चला ही जाता है, बस रह जाती है तो पीछे उनकी यादें जिन्हें हम याद कर कभी रोते, तो कभी हंसते।" धन्यवाद