Roobi sharma 30 Mar 2023 आलेख समाजिक मेरे दिल में जो है मैं जैसी हूं वैसे ही अपने दिल की बात रख रही हूं 31948 1 4 Hindi :: हिंदी
अपने से जबलगाओ हो जाता है तब उसकी हर एक बात भी अच्छी लगती है वह कितना भी दर्द दे दे फिर भी उन्हें छोड़कर जाने को दिल नहीं करता जब किसी ऐसे इंसान से प्यार हो जाता है जो ना प्यार को समझता है और ना ही मान सम्मान देता है फिर भी उसी इंसान के लिए दिल क्यों धड़कता है मुझे अपनेसे ज्यादा अपनों से लगाव है क्योंकि जब अपनों को दर्द होता है तब हमारी आंखें उनके लिए भर आती हैं और दिल तड़प उठता है मेरे जीवन में सिर्फ दो ही लोग महत्व देते हैं एक मेरे पति और दूसरी मेरी मां मांके साथ तो जन्म का रिश्ता है पर पति तो मेरी पूरी दुनिया है जरूरी नहीं जिसके साथ खून का रिश्ता है वही अपना हो कभी कभी अपनों से ज्यादा परायेकाम आ जाते हैं
1 year ago