Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

ये मन तुम्हारा ही गीत गा रहा है....

मोती लाल साहु 29 Apr 2023 गीत प्यार-महोब्बत ये मन तुम्हारा ही गीत गा रहा है, लबों से सूर जो खनक रही है- बहारों में घुल रही है- हवा गुनगुना रही है- झनकते साजों में तेरे बोल थिरक रहे हैं। 6323 0 Hindi :: हिंदी

तुम्हारी इन लवों से-
सूर जो खनक रहीं है

शहद घोलती ये-
बोली बहारों में घुल रही है

लहराती-
हवा गुनगुना रही है 

झनकते साजों में-
तेरे बोल थिरक रहे हैं 

ये मन-
तुम्हारा ही गीत गा रहा है!!
-मोती

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: