मोती लाल साहु 29 Apr 2023 गीत प्यार-महोब्बत ये मन तुम्हारा ही गीत गा रहा है, लबों से सूर जो खनक रही है- बहारों में घुल रही है- हवा गुनगुना रही है- झनकते साजों में तेरे बोल थिरक रहे हैं। 6323 0 Hindi :: हिंदी
तुम्हारी इन लवों से- सूर जो खनक रहीं है शहद घोलती ये- बोली बहारों में घुल रही है लहराती- हवा गुनगुना रही है झनकते साजों में- तेरे बोल थिरक रहे हैं ये मन- तुम्हारा ही गीत गा रहा है!! -मोती