संदीप कुमार सिंह 18 Apr 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत मुझे पूरा विश्वास है की पाठक गण को मेरी यह कविता जरूर पसंद आएगी. 659 0 Hindi :: हिंदी
जब भी हुआ,तुम हर एक मोड़ पर साथ रहे। मुश्किल भरी राहों में तुम सदा मुझसे आगे रहे। तुमने बनाई मेरे दिल में जगह, यही है सच्चाई। थोड़ा सा प्यार दिया मैं तुम्हारे दिल में आई। तुम्हारी इसी बात ने किया था मुझ पर असर। सदा तुम्हारा साथ मिले, हर जन्म तुम ही बनो मेरे हमसफर। हर मोड़ पर रखते हो मेरी खोज खबर। नहीं रह सकते मुझसे दूर,मिलते हो चार पहर। प्रार्थना है ईश्वर से हर एक मोड़ पर तुम साथ हो। गर्मी हो या सर्दी या बारिश की कोई रात हो। धीरे धीरे बढ़ता जाता तुम्हारी मुहब्बत का असर। आश्विन बीता कार्तिक आया,पर तुम साथ हो हर मोड़ पर। तुम्हारी यही खूबी मुझे तुमसे जोड़े रहती है। तुम बिन यह दुनियाँ, मुझको बहुत सूनी लगती है। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला :-समस्तीपुर (देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....