मोती लाल साहु 02 May 2023 शायरी समाजिक कैसे कहूं यह जीवन की कथा, अनुभव को वाणी से नहीं कहा जा सकता- ये जीवन की धारा है उस बनाने वाले रब की कृपा बरस रही है। 17202 0 Hindi :: हिंदी
" का से कहूं ये जीवन की गाथा जुबान मिला ना अनुभव को कही जाए ना ये बखानी , उस रब की बरसती है कृपा धारा बन बहती जीवन की का से कहूं ये जीवन की गाथा " -मोती