Shubham Kumar 30 Mar 2023 आलेख समाजिक जो खुद को बदलता है 31721 0 Hindi :: हिंदी
बदलाव खुद में होना चाहिए , तभी दुनिया बदलती है, बदलाव ,सफल भविष्य का दर्पण है, मेहनत उस दर्पण में दिखने वाला छवि है, जो मेहनत से भागते हैं, ना कामयाबी हमेशा उसके गले पड़े रहते हैं, नाकाम हम इसलिए नहीं होते कि वह कार्य असंभव है, , बाकी ना कामयाबी का, सरनेम है काम ना करना, अर्थात काम से भागना मेहनत से घबराना,
Mujhe likhna Achcha lagta hai, Har Sahitya live per Ham Kuchh Rachna, prakashit kar rahe hain, pah...