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घाट-घाट का पानी पिया हूं-खामोशी में मौज करता हूं

मोती लाल साहु 14 Jul 2023 शायरी अन्य घाट-घाट, पानी पिया, खामोशी में मौज, बाकी नहीं, अब, मंजिले, सफर, बुलंद है 6859 0 Hindi :: हिंदी

"घाट-घाट का पानी पिया हूं,
खामोशी में मौज करता हूं",,,
 
"अब कुछ बाकी नहीं है, 
मंज़िले सफ़र बुलंद है"....!!!!
-मोती

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