Kirti singh 18 May 2023 कविताएँ अन्य गमों के दौर यूं ही आते रहेंगे अपने पराए ऐसे ही होते रहेंगे। 7230 0 Hindi :: हिंदी
गमों के दौर यूं ही आते रहेंगे ।अपने पराए ऐसे ही होते रहेंगे , उन पराए जैसे अपनों के लिए कभी आंसू बहाना मत , उन आंसुओं को रोक के एक अपने अस्तित्व का समुंदर बनाना जिसकी विशालता में वे पराए से अपने अपना अस्तित्व ही खो जाएं। Kirti singh