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करिए नित उठ योग-करें सतत तब भोग

संदीप कुमार सिंह 21 Jun 2023 गीत समाजिक मेरा यह गीत समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 4872 0 Other :: Other

आज योग दिवस पर विशेष रचना:_
मन में कर लें आज से,करिए नित उठ योग।
मिले लाभ अति आपको, करें सतत तब भोग।।

जीवन में है रोग अति, जानें यह सब लोग।
नियंत्रण में तब रहे, करिए नित उठ योग।।

सबकुछ अच्छा आपका,कैसा यह संयोग।
जीवन में यह याद रख, करिए नित उठ योग।।

करिए नित उठ योग तो,बढ़े आयु तब खास।
प्रभु से भी तब मिलन हो,दिव्य शक्ति हो पास।।

करिए नित उठ योग भी, इसमें है अति जोश।
आभा मय हो चेहरा,और भरे तब कोश।।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍️
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

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