Kalindri pal 30 Mar 2023 गीत समाजिक 6537 0 Hindi :: हिंदी
😂🤣 अब तुमसे है ये आशा, कैसे करूं खुलासा। तुम जा रहे हो छोड़के, अब हो रही निराशा। जब आये थे काॅलेज में, सबको देखके मन बहला। खुश हूँ या फिर दुःखी हूँ, पर तुमसे मैं हूँ कहता। तुम जाना फिर जहाँ को, आगे ही बढते रहना। यदि तुमको कोई कुछ कहे, जवाब तुम न देना । उनकी तो सुनके बातें, तुम आगे को बढ लेना। सबकी दुआ तू लेना, सबका तू मान रखना। अपने ही राह पर तुम, आगे को बढते रहना। कितने हो काँटे राह में, तुम उनको फूल कहना। कितने भी गुस्सा हो तुम, पर मुख से कुछ न कहना। सबका तू मान रखना, सबसे सम्मान पाना। अब कर खुलासा, तो मिल गई दिलासा। तुम जा रहे हो छोड़के, अब हो रही निराशा। 🖐
I am kalindri pal *betul*. I am from village and post nighuwamau block Machhrehata district Sitapur...