Baba ji dikoli 06 Aug 2023 शायरी समाजिक Shayri/gajal/kaveeta/sahity/google/instagram/facebook/twitter/Bing/blogger 5620 0 Hindi :: हिंदी
ये आज कल की कच्ची उम्रों के प्यार भी न... जरा सी बात पर जाँ देने पर उतर आते है। जरा उन माँ-बाप का भी ख्याल रखा करो जो मन्नतो में मांग कर तुम्हे खुदा से भीख में लाते है। #babajidikoli