एक छोटी सी जिंदगी को खुशहाल बनाती है माँ,,
खुद भुखी सो कर हमारी भुख मिटाती है माँ,,
।।
माँ ,, नाम देखो कितना सुदंर है ,
तो सोचो आपके लिए कितने सुदंर सपने सजाती होगी माँ,,
उसकी अपनी जिदंगी मे कितने भी दुख हो बताती नही है माँ,,
खुद दुखी हो जाती हैं पर हमे सताती नही है माँ,,
सारा काम करती है घर का थकती नही है माँ,,
हमे कोई काम नही कहती,
फिर भी हमारा ख्याल रखती है माँ,,
आप शादी होने पर क्यो घर से निकालते हो उसे,
वो फिर भी कहे खुश रहे बेटा मेरा ,,
इसे रंग रुप ओर इस जिंदगी ,,
ये सांसे देने वाली को कहते हैं,
“👌माँ,,”
:- प्रकाश सुथार
(9729633802)