Gurpreet Singh 30 Mar 2023 कहानियाँ हास्य-व्यंग तीसमार 24681 0 Hindi :: हिंदी
एक समय की बात है । रहीम नाम का एक व्यक्ति रहता था अपनी पत्नी सबा के साथ सबा घर-घर जाकर काम करती और रहीम कामचोर था । एक दिन सबा किसी सेठ के घर काम करने गई तो सेठानी ने कहा सबा तू सारा दिन काम करती रहती है और रहीम कुछ नही करता तू उससे छुटकारा क्यों नही पा लेती सबा स समय चुप रहती है और घर आकर यही सोचती रहती है कि सेठानी ने सच ही कहा था दुसरे दिन सुबह सबा रहीम को कहती है कि तुम बेटी के ससुराल जा आओ घर पर भी सारा दिन पड़े रहते हो रहीम कहता है ठीक है। सबा उसे सात चुरी की पिन्नियाँ बना देती है और साथ में अफीम लाकर दे देती है। रहीम चल पड़ता है। रस्ते मे खेत मे पाई पड़ी थी रहीम ने सोचा के थोड़ा आराम करने के बाद चलते है। रहीम थोड़ी अफीम खाकर सो जाता है वहां से सात सिपाही जा रहे थे उन्होने बहुत आवाज दी बाबा -बाबा परंतु रहीम नही उठा उनको बहुत भुख लगी थी उन्होंने पन्नियां निकाल कर एक एक खा ली फिर क्या था पिन्नियों मे जहर था सातों ही मर गए जब रहीम उठा तो उससे देखा कि सिपाही जमीन पर गिरे पड़े है। रहीम ने उन्हें उठाया परंतु वह नही उठे रहीम की नजर थैले पर पड़ी तो उसने देखा के वह पिन्नियां खा गए थे रहीम एक घोड़े पर आप सवार हो गया और बाकी के घोड़े साथ में ले लिए। चलते - चलते वह एक नगर में पहुंच गया वहां के दरबानो ने पूछा बाबा आप कौन हो रहीम ने कहां मै तीरमार हूं मै तीस आदमी मारकर रोटी खाता हूं सिपाही रहीम को राजा के पास ले आए । राजा ने रहीम से कहा बाबा आप कौन हो और जहां क्या कर रहे हो । रहीम ने कहा महराज मै तीसमार हूं तीस आदमी मारकर रोटी खाता हूं और मैं दूसरे राज्य में राजा से मिलने जा रहा हूं युद्ध में उसका साथ देने जा रहा हूं। राजा कि दूसरे राज्य के राजा से दुश्मनी थी। . राजा ने सोचा कि ऐसे आदमी को जाने नही देना चाहिए । राजा ने कहा बाबा आप यहीं रुक जाओ हम आपकी सेवा करना चाहते है। रहीम ओर क्या चाहता था उसने जल्दी - जल्दी हां कर दी । अब रहीम ने राजा से कहा महाराज मेरा एक छोटा सा काम करवा दीजिए मेरी पत्नी गांव में रहती है। उसे बुला लीजिए राजा ने कहा ठीक है। सबा ने रहीम से माफी मांगी और दोनों पति पत्नी बहुत खुश थे एक दिन राजा का एक हाथी पागल हो गया और महल से भाग गया नगर में लोगों को कुचलना शुरु कर दिया जहां तक कि बहुत सारे सिपाहियों को भी मार दिया और बहुत सारे घायल हो गए । सेनापति ने राजा से कहा महाराज आप तीरमार को बुलायो वह किस काम आएगा । रहीम को बुलाया गया राजा ने कहा है तीसमार आपको छोटा सा काम करना है । हमारा हाथी पागल हो गया है। और तुम्हे उसे पकडकर लाना है । रहीम ने अफीम के नशे के जोश में कहा कोई बात नही महाराज मेरे लई ये मामूली काम है। जब रहीम ने ये बात अपनी पत्नी को बताई तो वह कहती है। पागल आदमी वह कोई बकरी का बच्चा नही जो तुम्हारे लिए मामूली काम है। वह हाथी है और वो भी पागल हत्यारा। रहीम की हवा निकल गई और सारा नशा भी उत्तर गया यह सुनकर लेकिन अब कुछ नहीं किया जा सकता था । सबा ने चुरी और एक हुक्का थैले मे डालकर दिया और घीसी सी तलवार रहीम को दी । रहीम रास्ते में जा ही रहा था कि वह सामने हाथी को आता हुआ देखता है। रहीम के पैरों से जमीन खिसक जाती है। वह भाग लेता है। आगे - आगे रहीम और पीछे हाथी भाग रहा था । रहीम एक पीपल के पेड़ पर चढ जाता है। लेकिन हाथी पीपल की टहनियां तोड़नी शुरु कर देता है। रहीम पीपल की आखिरली टहनी पर चला जाता है। लेकिन हाथी वहां रहीम की मौत बनकर खड़ा रहता है। रहीम टहनी पर बैठा कांप रहा था अचानक रहीम के हाथ से चूरी और हुक्का वाला थैला छूटकर नीचे गिर जाता है। रहीम सोचता है। कि आज नही बचेंगे कांपते - कांपते उसके हाथ से तलवार छूट जाती है और वह जाकर हाथी की सूँड काट देती है। जब रहीम नीचे देखता है। कि हाथी खून से लथपथ हुआ पड़ा है। तो वह हौंसला करके नीचे आ जाता है। और चादर ओढ कर सो जाता है। दूसरे दिन सुबह राजा सिपाहियों को आदेश देता है कि जाओ और देखो कि तीरमार कहां है। सैनिक जाकर देखते है। कि सामने कोई मरा पड़ा है। जब सिपाही जाकर देखते है। तो वह देखकर हैरान होते है। कि हाथी मरा पड़ा था वह रहीम को अपने साथ लेकर राजा के पास आते है और सारी कहानी सुनाते है। राजा तीरमार की प्रशंसा करता है। और धन्यवाद कहता है। और पूछता है बाबा आपको कोई परेशानी तो नही हुई रहीम कहता है वस पूछे मत हाथी बहुत जिद्दी था मै सारी रात उससे लड़ता रहा आखिर मुझे उसे मारना पड़ा राज्य मे चारों ओर तीसमार - तीसमार हो रही थी अगला भाग जल्दी प्रकाशित होगा