Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

श्रद्धा सुमन

Rani Devi 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम सांची धूप 18787 0 Hindi :: हिंदी

                   श्रद्धा सुमन
गौरवान्वित होता अचल
धरा       हिल   उठती है
भारत माँ के पूतों को
जब शहादत मिलती है।

पथ पे बिखरे कंकर
तब भावुक हो उठते हैं
काफिले वीर जवानों के
जब राहों से गुजरते हैं।

जगता    राष्ट्रवाद      देश में
अमरता के नारे लगाए जाते हैं
देव, वतन पे मिटने वालों पे
आसमां से सुमन बरसाते हैं।

एक सैनिक के मिटते ही
हर माँ की कोख युवा हो उठती है
भारत माँ के कण कण में
वीरों की फौज जन्मती है। 

सैनिक के लहु का हर कतरा
धरा पे राष्ट्रप्रेम जगायेगा
देश के कोने कोने से
तुम्हें देशप्रेम नजर आयेगा 

मात पिता के शुष्क नेत्र
वक्षस्थल चौडा हो जाता है
हे भारत के वीर सिपाही तेरे लिए
मेरा पूरा भारत रोता है।

तुझे खोने का गम
हर भारतवासी के मन में है
वतन की खातिर मर मिटने की
ख्वाहिश हर सैनिक के मन में है।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: