Mukesh Namdev 03 Feb 2024 शायरी प्यार-महोब्बत गम,जहान,शराबें,महखानों,इंतजार 4791 0 Hindi :: हिंदी
"गम" "इस जहान में गम न होता तो,शराबें महखानों का क्या होता,बोतलें खाली होती,हाथों में जाम न होता,लबों पर उनका नाम न होता,निगाहों में उनके लौटने का इंतजार न होता,गर-अगर इस जहान में गम न होता" #Mukesh Namdev