Ranjana sharma 15 Apr 2023 कविताएँ दुःखद ## मेरे दिल में## गूगल 5191 0 Hindi :: हिंदी
तेरे दिल में सनम हो न हो हम मेरे दिल में तो तुम्हीं बसते हो माना कि हमको जताना आता नहीं मोहब्बत से भी हमको रिझाना आता नहीं मगर ए हमदर्द तुम्हीं पे ऐतबार है मुझे मेरे दिल में कोई नहीं बस तेरा ही सुरूर है मुझे माना कि हमको मनाना आता नहीं हक भी मांगना हमको आता नहीं मगर ए हमदर्द दुआ मेरी तू ही है तू ही है मेरी जिंदगी का सच तू ही है जिंदा तो हूं तेरे बिन मगर जीना भी आता नहीं हंसी तो है लव पे मगर हंसना मुझे आता नहीं मगर ए हमदर्द ख्वाहिश मेरी तू ही है मेरी जिंदगी की आखिरी आस तू ही है। धन्यवाद