Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

बारिश और पकौड़े-हमारे यहां बारिश भले देर से आएं पर घरों में फरमाइश पहले आ जाएं

Aarti Goswami 18 Jan 2024 कविताएँ हास्य-व्यंग बारिश और पकौड़े, पकौड़े 2819 1 5 Hindi :: हिंदी

"बारिश और पकौड़े"
हमारे यहां बारिश भले देर से आएं 
पर घरों में फरमाइश पहले आ जाएं 
आकाश में काली घटाओं का छाना
ओर घरों में चर्चा का शुरू होना तय हैं 
बारिश की बूंदे जैसे ही गिरने लगे
तेल में पकौड़े छम छम करने लग जाते हैं
सही भी हैं मौसम बना हैं 
तो पकौड़े भी बनेंगे ही 
वैसे बारिश में नाचने का भी एक मजा हैं 
छतों पे मोर नाचते हैं
और तेल में पकौड़े
अब तो बारिश का आना
और घरों में पकौड़ों का बनना 
एक परंपरा सा लगता हैं 
ना बने तो सब अधूरा सा लगता हैं 
बारिश के आने से मौसम 
खुशनुमा हो जाता हैं और 
पकौड़ों के बनने से रिश्ते 
          ~'आरती गोस्वामी'✍️

Comments & Reviews

Aarti Goswami
Aarti Goswami ✍️

2 months ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: