Manju Bala 17 Jul 2023 कहानियाँ समाजिक गीता मौर्य कीदर्दभरी कहानी राजस्थान की लड़की गीता मौर्य की दर्दभरी कहानी एक ऐसी गहराई भरी कहानी है जो इंसानी अस्तित्व की मजबूती और साहस को प्रशंसा करती है। गीता मौर्यकी एक सच्ची और प्रेरणादायक कहानी है, जो आपको जीवन की कठिनाइयों के साथ संघर्ष करने की प्रेरणा देगी। गीता मौर्यकी राजस्थान के एक गांव में पैदा हुई थी। उसका परिवार गरीबी और संकट से जूझ रहा था, लेकिन ज्योति ने किसी भी समस्या से पीछे हटने की बजाय उनका सामना करना सिख लिया। बचपन से ही उसने पढ़ाई में दमदार रुचि दिखाई और उसे स्कूल के अच्छे ग्रेड्स मिले। जब गीता कक्षा 12 में थी, उसके पिता की मृत्यु हो गई। इससे परिवार में आर्थिक और मानसिक संकट आया, लेकिन ज्योति ने आपातकाल में भी अपनी पढ़ाई जारी रखी। वह लोन लेकर कॉलेज में दाखिला ले आई और अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए मेहनत की। गीता की मेहनत, संघर्ष और साहस ने उसे एक SDM (सब-डिवीजनल मैजिस्ट्रेट) बनने का मौका दिया। वह अपनी पढ़ाई पूरी करके IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) परीक्षा की तैयारी करने लगी और इसमें सफल भी हुई। SDM गीता मौर्यकी के अधिकारी की पद पर तैनाती होने के बाद, उसने गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों की मदद करने का निर्णय लिया। वह शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक क्षेत्रों में विकास कार्यों को संचालित करने के लिए कठिनाइयों का सामना करने लगी। उसकी कहानी लोगों को यह दिखाती है कि किसी भी परिस्थिति में विचलित नहीं होने के बजाय संघर्ष करना चाहिए और महत्वपूर्ण उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए मेहनत करनी चाहिए। 8194 6 5 Hindi :: हिंदी
गीता मौर्य कीदर्दभरी कहानी राजस्थान की लड़की गीता मौर्य की दर्दभरी कहानी एक ऐसी गहराई भरी कहानी है जो इंसानी अस्तित्व की मजबूती और साहस को प्रशंसा करती है। गीता मौर्यकी एक सच्ची और प्रेरणादायक कहानी है, जो आपको जीवन की कठिनाइयों के साथ संघर्ष करने की प्रेरणा देगी। गीता मौर्यकी राजस्थान के एक गांव में पैदा हुई थी। उसका परिवार गरीबी और संकट से जूझ रहा था, लेकिन ज्योति ने किसी भी समस्या से पीछे हटने की बजाय उनका सामना करना सिख लिया। बचपन से ही उसने पढ़ाई में दमदार रुचि दिखाई और उसे स्कूल के अच्छे ग्रेड्स मिले। जब गीता कक्षा 12 में थी, उसके पिता की मृत्यु हो गई। इससे परिवार में आर्थिक और मानसिक संकट आया, लेकिन ज्योति ने आपातकाल में भी अपनी पढ़ाई जारी रखी। वह लोन लेकर कॉलेज में दाखिला ले आई और अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए मेहनत की। गीता की मेहनत, संघर्ष और साहस ने उसे एक SDM (सब-डिवीजनल मैजिस्ट्रेट) बनने का मौका दिया। वह अपनी पढ़ाई पूरी करके IAS (भारतीय प्रशासनिक सेवा) परीक्षा की तैयारी करने लगी और इसमें सफल भी हुई। SDM गीता मौर्यकी के अधिकारी की पद पर तैनाती होने के बाद, उसने गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों की मदद करने का निर्णय लिया। वह शिक्षा, स्वास्थ्य, और सामाजिक क्षेत्रों में विकास कार्यों को संचालित करने के लिए कठिनाइयों का सामना करने लगी। उसकी कहानी लोगों को यह दिखाती है कि किसी भी परिस्थिति में विचलित नहीं होने के बजाय संघर्ष करना चाहिए और महत्वपूर्ण उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए मेहनत करनी चाहिए। यह थी "SDM गीता मौर्यकी" की दर्दभरी कहानी, जो राजस्थान की लड़की ने सफलता के लिए दिखाया। उम्मीद है यह कहानी आपको प्रेरित करेगी और आपको यह बताएगी कि किसी भी हालात में आप अपने सपनों को प्राप्त करने के लिए संघर्ष कर सकते हैं।
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I have done M.A in three subjects these are Hindi ,History ,Political science. I have also done M.Ed...