मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक प्रेम पवित्र है ! अगर इसका लगाव दिल से है , तो सदियों से प्रेम को ईश्वर तुल्य दर्जा प्राप्त है। 8600 0 Hindi :: हिंदी
जेहन में समाया है, रुखसत के वो पल। लहरों में बहाता हूं, मैं तन्हा-यादों को। नाकामयाब हूं, बसी है याद तेरी इस तरह। जैसे-खुदा की इबादत।। मोती-