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रूप इतना प्यारा-कुछ कहने का साहस हुआ

संदीप कुमार सिंह 12 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 4027 0 Hindi :: हिंदी

रूप इतना प्यारा की पहली ही नज़र में दिल  उस में डूब गया है,
गुलाब की फूल सी सुरभित चेहरा आकर्षणीय शानदार लगती है,
गोरे मुखड़े पर  काली तिल है जो उसके लिए मेरे दिल में प्रेम कील:_
कुछ कहने का साहस हुआ दिल बात करने के लिए मचल रहा है।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍🏼
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

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