Gunja kumari 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 8674 0 Hindi :: हिंदी
ना अछुता ना अछुता, ना समझ है तुम्हे। तेरी रग-रग में बहता, इंसानो का है डोर।। कही देख ले कहीं सुन ले, ना पड़े प्रभाव तेरे पर हो जाए इसका अंत। तेरी रग-रग में बहता, इंसानो का है डोर।।
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My name is Gunja kumari.I read in class 12th(science)....