Ranjana sharma 28 Jul 2023 कविताएँ दुःखद उम्र बीते जा रही है#(google)# 4541 0 Hindi :: हिंदी
उम्र बीते जा रही है और वो कहते हैं अभी वक़्त है वक़्त है ,वक़्त है कहते कहते वक़्त भी अपनी रफ़्तार पकड़ ली है अहद - ए- शवाब भी फिसलती जा रही है पर पता नहीं क्यों उन्हें ए वक़्त का तकाजा दिखाई नहीं देता बचपन से जवानी मां- बाप की बंदिशों में बीती जब जवानी के पड़ाव तक पहुंचे तो ससुराल की दहलीज पे आ गए अब ऐसा लगता है कि कुछ तो नया होगा जो मेरे दिल में जीने का एहसास जगाएगा पर अफसोस उम्मीद मेरी धरी की धरी रह गई आधी जवानी भी बीत गई वक़्त का इंतजार करते करते कि अपना वक़्त भी आएगा जिस दिन मेरे भी सपने साकार होंगे पर अब लगता है जवानी भी इंतजार में बीत जाएगी और मौत के गोद में सो कर ए वक़्त का सिलसिला ख़त्म हो जाएगी धन्यवाद🙏🏼