Gunja kumari 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 8178 0 Hindi :: हिंदी
अपनी ना देख दूसरे के करे पहचान , है क्या तेरी औकाद।। जड़ ना होवे मजबूत, पेड़ पर चढ़ जाए। डाली कट जाए , आ निचे लपका।। आसमानों का है ,सैर परमानों का है अंधेर। अपनी ना देख दूसरे, के करे पहचान । है क्या तेरी औकाद।।