Shivani singh 30 Jun 2023 कहानियाँ समाजिक 6302 0 Hindi :: हिंदी
एक गांव में एक लचार आदमी रहता था। उसका नाम रामू था। रामू बहुत ही नरम-दिल व्यक्ति था और सभी उसके दोस्त बनते थे, लेकिन उसके पास अपने काम को समय पर पूरा करने की क्षमता नहीं थी। वह आशाओं और सपनों में खोया रहता था और ज़िंदगी के उच्चायित लक्ष्यों की बजाय छोटे-मोटे मनोरंजनों में ही अपना समय बिताता था। एक दिन, गांव के एक सभा में एक प्रेरक भाषण देने के लिए एक सफल व्यक्ति आया। सभा में लोग उसके उत्साह से जुटे थे और सभी ने उसके विचारों से प्रभावित होकर उससे प्रेरणा ली। वह बताया कि व्यक्ति अपने सपनों को साकार कैसे कर सकता है और अपने जीवन को सफलता की ओर कैसे ले जा सकता है। रामू भी उस सभा में मौजूद था। उसे भी वह सभा भाषण बहुत प्रभावित करता है, लेकिन वह बस उत्साहित होकर कुछ दिन तक अपने सपनों के बारे में सोचता रहता है। वह चाहता है कि उसके जीवन में भी कुछ अच्छा हो, लेकिन उसकी लाच ारी उसे रोकती है। एक दिन, रामू को एक गंभीर संकट का सामना करना पड़ा। उसके पास केवल एक दिन का समय था और उसे बहुत बड़ा काम पूरा करना था, जिसे वह अपने स्वप्नों में भी सोचने के साथ नहीं था। उसके अचानक मन में उस सभा का भाषण याद आया, जिसमें व्यक्ति ने कहा था कि सपनों को साकार करने के लिए जरूरत होती है संकल्प और समय का उचित उपयोग। रामू ने तत्परता से काम पर ध्यान केंद्रित किया और पूरे दिन रात मेहनत की। उसने लाचारी से निजात पाने के लिए नया संकल्प बनाया और उसे पूरा करने के लिए समय का सही इस्तेमाल किया। अगले दिन, जब रामू ने अपने काम को पूरा कर दिया, तो उसे बहुत खुशी हुई। उसने महसूस किया कि लाचारी से निपटने के बाद उसकी जिंदगी में बदलाव आया है। वह जीवन में सफलता का एहसास कर रहा था और उसकी आत्मविश्वास में भी सुधार हुआ। इस कहानी से हमें यह सबक मिलता है कि लाचारी और सपनों में खो जाने से कुछ नहीं होता । हमें अपने सपनों को साकार करने के लिए संकल्प और समय का सही इस्तेमाल करना चाहिए। जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए हमें मेहनत करनी चाहिए और अपने लक्ष्यों के प्रति संकल्पित रहना चाहिए।