Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक जीबन बहुत कठिन हैं 5453 0 Hindi :: हिंदी
जीबन बहुत कठिन हैं सफर बड़ा हैं लम्बा पथरीला जहरीला हैं जिंदगी के रास्ता कदम कदम पे ठोकर चलना बहुत जरूर हैं रुकना नहीं है हार के दुखों के प्रहार से जो ठहर गया समझो जीवन उसका बेकार हैं मार्ग में बाधा बहुत हैं और काटे भी विसेश हैं जो तैर गया मजधार को उसी का बेडा पार हैं