Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

सोच समझ कर कीजिए

संदीप कुमार सिंह 27 Apr 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाजिक हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 5516 0 Hindi :: हिंदी

सोच समझ कर कीजिए,जीवन में हर काम।
खुशियाँ तब नित साथ हो,मिले दिव्य परिणाम।।

सोच समझ कर कीजिए,पूँजी कहीं निवेश।
रहे खजाना पूर्ण तब,दूर रहे सब क्लेश।।

सोच समझ कर कीजिए,दिल का कहीं जुड़ाव।
मिलती कम है अब वफा,मिलता नहीं पड़ाव।।

सोच समझ कर कीजिए,मदद वैर को यार।
खिले तभी तो फूल नव,जीवन हो गुलजार।।

सोच समझ कर कीजिए,नव्य चयन को आप।
अदभुत दे परिणाम तब,महकदार  दे छाप।।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍🏼
जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: