Raj Ashok 10 Jul 2023 गीत प्यार-महोब्बत सावन 4609 0 Hindi :: हिंदी
मिठ्ठी-मिठ्ठी .कर बाते गर्म ,साँसो से ,दिल जल रहा है। ढण्डी-ढण्डी बूंद से , ओहो.. हो.... जिस्म पिघल रहा है। रिम-झम .रिम-झम , ........सावन ......... बरस रहा है। .......३२... ये झंडी, सावन की, सोलवे साल की पहली, बारिश ये आज, यौवन के बादल बरसाऐ। दिल, मे एक चिनगारी आग लगाऐ। ३२ सावन......३२ रूप-रंग के दीदार मे ,यो खोना पल बेकार मे एक झलक को दिल तरस रहा है। सावन.......