संदीप कुमार सिंह 06 Jun 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत मेरी यह गज़ल समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 10526 0 Hindi :: हिंदी
प्यार हमारा अमर रहेगा, जिसका खूब असर रहेगा। मेरे लिए तुम ही नसीब हो, सिर्फ़ तेरा ही अधिकार रहेगा। तुम हो तो जीवन है, हर सुख कायम रहेगा। तुम जान हो धड़कन हो, तुझ से सदा ही जमाल रहेगा। तुम से ही मेरा विचार है, जिसपे तुम्हारा राज रहेगा। तुझ में ही मैं हूं, कोई फर्क नहीं रहेगा। तुम गुलाब हो नूर हो, तुझ से मेरा नाता रहेगा। गर खत्म हुआ ये जग, फिर भी मेरा प्यार रहेगा। संदीप की तुम कामनी हो, मुझ में काम देव रहेगा। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....