मोती लाल साहु 16 Jun 2023 कविताएँ समाजिक आ ले चलेंगे तुझे झारखंड की अद्भुत वादियों में, टेढ़ी-मेढ़ी नीची-ऊंची रास्ते पगडंडियों में-नेतरहाट और टांगीनाथ की चोटियों में-अस्ताचल को जाते सूरज का अद्भुत नजारा-स्वर्णिम प्रभात की बेला में- उगते रवि का अद्भुत दृश्य भी-पहाड़ों में पंपापुर- अंजन धाम- अद्भुत नगर नवरत्न गढ़- नागफनी का अद्भुत दर्शन भी। 5323 0 Hindi :: हिंदी
आ ले चलेंगे- चल चलेंगे-ले चलेंगे, तुझे झारखंड की वादियों में तेढी-मेढी- नीची-ऊंची, रास्ते और पगडंडियों में नेतरहाट और- टांगीनाथ की चोटियों में बहती-दरिया- में आम की बगियों में झूमते- जंगलों में पहाड़ों में कंदराओं में- झीलों में झरनाओं में अस्ताचल- को जाते सूरज, का अद्भुत नजारा भी स्वर्णिम प्रभात- की बेला में उगते, रवि का अद्भुत दृश्य भी पहाड़ों में- पंपापुर अंजन धाम भी, अद्भुत नगर नवरत्न गढ़ नागफैनी का अद्भुत दर्शन भी आ ले चलेंगे- झारखंड की अद्भुत वादियों में -मोती