Saurabh Sonkar 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक फ़तह दुनिया को करना है .. 89160 0 Hindi :: हिंदी
फ़तह दुनिया को करना है, तैयारी तेज कर दे तू, वो मंजिल पास है तेरे, किताबी इश्क करले तू, ज़रा सी धूल ही तो है, नहीं ओझल तुझे होना, तू एक दिन जीत लेगा सब, मुझे मालूम है इतना, भरोसा रख तनिक खुद पर, कि एक दिन ठीक होगा सब, अभी जो वक्त ठहरा है, वो सब ऊंगली पे नाचेगा, सैर दुनिया की कर लेना, अभी तो मौन भर ले तू, ये दुनिया देखेगी उस दिन, बस किताबी मीत करले तू, मुझे मालूम है कि तू, अभी है वक्त का मारा, बदल जायेगी ये धारा, बदल देगा नज़ारा तू, जुनूँ है खून में तेरे, पकड़ ले बस किनारा तू, हौसले कम नहीं तेरे, कि सब कुछ मोड़ देगा, जो पत्थर मील में आयेगा, वो सब कुछ तोड़ देगा तू, बहुत उम्मीद है तुझसे, कि मिथ्या तोड़ देगा तू, धरा जो आज उल्टी है, सभी को जोड़ लेगा तू, ...✍️✍️