मोती लाल साहु 30 Mar 2023 ग़ज़ल समाजिक ये दुनिया है दूसरी जो हम देख रहे हैं, दिल की दुनिया में दिलनशी देख रहे हैं। जो तुम देख रहे हो माया की नगरी,हकीकत नजरों से ओझल है मन के पर्दे में। 89259 0 Hindi :: हिंदी
ये दुनिया है दूसरी- जो हम देख रहे हैं! हकीकत- नजरों से ओझल है, मन के इस पर्दे में! ये हैं माया की नगरी- जो तुम देख रहे हो! ये दुनिया है दूसरी- जो हम देख रहे हैं! ये दिल की दुनिया में- दिलनशी देख रहे हैं! ये दुनिया है दूसरी- जो हम देख रहे हैं!! -मोती