मोती लाल साहु 28 May 2023 कविताएँ समाजिक जब सपने हैं खुद के- तो सारे शिकवे-शिकायत खुद के ही अच्छे लगेंगे, तकदीर या फिर किसी इंसान के लिए दो मीठे बोल ही अच्छे लगेंगे- दुआ प्राप्त करने और सपने सजाने का यही सर्वश्रेष्ठ तरीका है। 7860 0 Hindi :: हिंदी
जब सपने हैं- खुद के तो सारे, शिकवे-शिकायत खुद के ही अच्छे लगेंगे तकदीर या फिर- किसी इंसान के लिए दो, मीठे बोल ही अच्छे लगेंगे दुआ प्राप्त करने- और सपने सजाने, का यही सर्वश्रेष्ठ तरीका है -मोती