Rambriksh Bahadurpuri 13 Jul 2023 कविताएँ समाजिक #Rambriksh Bahadurpuri #Rambriksh Bahadurpuri Ambedkar Nagar #Rambriksh Bahadurpuri Kavita #footpath per kavita#Ambedkar Nagar poetry 4413 0 Hindi :: हिंदी
फुटपाथ पर…. कभी चल कर आगे बढ़ कर दो चार कदम सड़कों पर देखो तो, दिख जायेंगे या मिल जाएंगे कुछ ऐसे लोग फुटपाथ पर खाते पीते सोते बेफिक्र निडर होकर। फिर कभी चल कर आगे बढ़ कर दो चार कदम देखो तो गलियों में जहां बसते हैं बड़े लोग अमीर लोग चिंतित डरे हुए बंद दीवारों के बीच। जीवन की सार्थकता कहां और किसमें है? भौतिकता में? या भौतिकता से दूर स्वछंदता और स्वतंत्रता में? रचनाकार रामबृक्ष बहादुरपुरी अम्बेडकरनगर उत्तर प्रदेश
I am Rambriksh Bahadurpuri,from Ambedkar Nagar UP I am a teacher I like to write poem and I wrote ma...