Manisha 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक सफलता, उमीद, लक्ष्य 6896 0 Hindi :: हिंदी
उम्मिद का जो सूरज है इसे कभी दुबने ना देना छोटा सा तिनका ही आपको अपनी मंज़िल तक पंहुचता है सबर राखो
Mujhe kavitayein likhna bahut acha lagta hai or padhna bhi bahut acha lagta hai...