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अकेला मन

Bholenath sharma 10 Mar 2024 कविताएँ समाजिक अकेला मन , हमें अपने करियर की चिंता रहती रहती कैसे क्या करेकहाँ जाए। 3808 0 Hindi :: हिंदी

मन अकेला है , या कुछ और बात है                 कुछ तुम कुछ हम , दोनों उदास है ।                  खाली बैठे थे हम इसलिए की सूँकून मिलेगा , मगर हम सोच सोचकर उदास है । कुछ चिंता है कि क्या करेगें' ,                         जीवन में कैसे आगे बढेगें ,                             पहुंचगे किस तरह से वहाँ ,                        निराश बैठे है हम यहाँ ' ।

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